तरणि , उदित हो, रंग देते हैं प्रणय-वर्ण में नीलाकाश.
और अस्त होने पर भी वितरित करते अरुणाभ प्रकाश.
उदय-अस्त दोनों ही स्थिति में प्रणय-पूर्ण जो होता है.
कृष्णचन्द्र को वही भक्त सबमें ,सबसे प्रिय होता है.
The Sun rises. adorned with candid color of Love,
And, sets with the grand glow of fragrant rose.
While being crushed down or being placed above,
Who puts on the same color, God embraces those.
-- अरविंद पाण्डेय
प्रणय-वर्ण = लाल रंग