रविवार, 18 अक्टूबर 2009

आओ कुछ दीप-पुंज , ऐसा प्रज्ज्वलित करें ,

ऋषियों के ज्ञान के प्रकाश में ,

आओ कुछ दीप-पुंज ,

ऐसा प्रज्ज्वलित करें ,

जो इस धरती माँ का ,

घना अन्धकार हरे ...



----अरविंद पाण्डेय