१
जब कायरता को लोग अहिंसा मानेगे.
जब जब असत्य को सत्य मान, अपना लेगे.
जब जब धरती अपनो से ही आकुल होगी.
जब हुक्मरान होगे निर्दयी,मनोरोगी.
तब तब भारत अपना पौरुष छलकायेगा.
सुखदेव, राजगुरु,भगत सिंह बन जाएगा.
२
जब जब समता का फूल कहीं कुम्हलाएगा.
जब आज़ादी का दीप बुझाया जाएगा.
जब जब इंसानी इज्ज़त खतरे में होगी.
जब सत्ता पर काबिज़ होगा कोई भोगी
जब जब असभ्य इरविन कोई इतराएगा .
तब तब यह भारत,भगत सिंह बन जाएगा.
----अरविंद पाण्डेय