कृष्णं वन्दे जगद्गुरुं
तुम्हें हसरत है कि होली में खूब रंग मलो,
हमें है फिक्र कि होली में अम्नो-ओ-चैन रहे.
तो फिर,कुछ इस तरह से लाल किसी को करना,
कि वो गुस्से में न हो लाल, न फिर बात बढे.
अरविंद पाण्डेय
www.biharbhakti.com
www.biharbhakti.com