परावाणी : The Eternal Poetry
अरविन्द पाण्डेय का ब्लॉग
Pages
मुख्यपृष्ठ
My Website
भारत की पुलिस - Police in India
हिन्दी कविता और मैं
My Youtube Channel
Bihar State Sports Authority
Like on Facebook
Follow on Twitter
Bihar Police Blog
बिहार नागरिक सुरक्षा Civil Defence Bihar
सोमवार, 4 मार्च 2013
वक़्त के पहिये के नीचे पिस रही हर शय यहाँ...
थक चुके हों गर कदम,फिर भी तुझे चलना ही है.
हो बहुत गहरा अन्धेरा,शब को, पर, ढलना ही है.
वक़्त के पहिये के नीचे पिस रही हर शय यहाँ.
आज जो सरताज,कल मुफलिस उसे बनना ही है.
अरविंद पाण्डेय
www.biharbhakti.com
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)