जय जय श्री राधे : श्री राधाष्टमी :
तुम अपनी बांसुरी के सुर मुझे जब जब सुनाते हो .
कोई नगमा अनूठा दिल से मेरे बह निकलता है.
मेरी हस्ती नहीं कुछ, पर,मुझे मालूम है इतना -
मेरे नगमों से भी कुछ पल,तुम्हारा दिल बहलता है.
I feel fortunate to learn and sing this song from the Music Director of this song , Shri Ravi .. I was posted as City S.P. Ranchi , Jharkhand..(1994 ) He visited my house , stayed with us, told so many unheard stories about Rafi sahab , Lata ji , Mukesh ji , Kishor Da and other legends of Hindi Film Music Industry ..
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वाह।
जवाब देंहटाएंCommendable effort .Nicely sung with full feelings.
जवाब देंहटाएंअति सुंदर प्रस्तुति ......जय जय श्री राधेकृष्णा ....
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