मंगलवार, 26 मार्च 2013
रविवार, 24 मार्च 2013
भगत, सुखदेव अब कभी न यहाँ आएगें
23 मार्च
इन्कलाब जिंदाबाद
दिया जला के शहादत का, हमको छोड़ चले
हुए फना, पर, आँधियों का भी रुख मोड़ चले
मगर सोचा न था-ऐसा भी वक़्त आएगा
बस एक दिन ही भगत याद हमें आयेगा
हर एक बाप ये सोचेगा कि उसका बेटा
कहीं अशफाक,भगत सा न ज़िन्दगी दे लुटा
हर एक नौजवाँ सलमान की तस्वीर लिए
बस,उस जैसा ही बन के जीने के लिए ही जिए
किया है हमने जो सलूक शहीदों से,सुनो
उसे न माफ़ ये तारीख करेगी , सुन लो
जो लूटते हैं मुल्क को वो मुस्कुराएगें
भगत, सुखदेव अब कभी न यहाँ आएगें
अरविंद पाण्डेय
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बुधवार, 20 मार्च 2013
ढलेंगें हम न कभी,हमको यूँ ही चलना है
चरैवेति
अगर अवाम के तन पर नहीं कपडे होंगे
अगर गरीब हिन्दुस्तान के भूखे होंगे
समझ लो फिर ये आज़ादी अभी अधूरी है
अभी मंजिल में और हममे बहुत दूरी है
हो सुबह,रात हो या गर्म दुपहरी की तपिश
हमें हर हाल में मंजिल की ओर बढ़ना है
ढले महताब, सितारे या शम्स ढल जाए
ढलेंगें हम न कभी,हमको यूँ ही चलना है
अरविंद पाण्डेय
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शुक्रवार, 15 मार्च 2013
सोमवार, 4 मार्च 2013
वक़्त के पहिये के नीचे पिस रही हर शय यहाँ...
बुधवार, 27 फ़रवरी 2013
रविवार, 10 फ़रवरी 2013
गर, हमारे सर की तरफ,आँख उठा देखोगे,..
Labels:
अफज़ल फांसी
Location:India
Patna, Bihar, India
बुधवार, 6 फ़रवरी 2013
शनिवार, 2 फ़रवरी 2013
मेरी नई पुस्तक
द्वारा प्रकाशित
हम बिहार के बच्चे हैं.
ये पुस्तक बिहार के स्कूलों में बच्चों के बीच बिहार भक्ति आंदोलन ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क बाटी जायेगी .... To Get this BOOK Free on internet, kindly click and download : नीचे लिंक क्लिक कीजिये....
अरविंद पाण्डेय
www.biharbhakti.com
गुरुवार, 31 जनवरी 2013
टूटे हुए कुछ ख्वाब, हों कुछ पूरी मुरादें,
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