अरविन्द पाण्डेय का ब्लॉग
परम आदरणीय सरसादर प्रणामनन्हा सा गुल खिलेगा अंगनाजैसे खेले चाँद बादल मेंखेलेगा वो तेरे आँचल मेंचंदनियां गुन्गुनाएगीतभी तो चंचल हैं तेरे नैना ,देखो नाजय हिंद !!!!
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परम आदरणीय सर
जवाब देंहटाएंसादर प्रणाम
नन्हा सा गुल खिलेगा अंगना
जैसे खेले चाँद बादल में
खेलेगा वो तेरे आँचल में
चंदनियां गुन्गुनाएगी
तभी तो चंचल हैं तेरे नैना ,देखो ना
जय हिंद !!!!