संपत्ति की सार्वजनिक-घोषणा :
लोकसेवा के सभी महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत सभी सेवकों को सरकारी संस्थाओं में भ्रष्टाचार के संदर्भ में जनता के टूटते हुए विश्वास को बचाने के लिए अब सोशल मीडिया पर भी अपनी चल-अचल संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए !
.... उसका परिणाम क्या होगा ?
... यदि ऐसे अधिकारी या नेता का #फ्लैट, भूखंड, भवन आदि होगा तो लोग उसकी सूचना विजिलेंस या सरकार को देगें !
.... जैसे - मेरी चल-अचल संपत्ति निम्नवत है :
1. अचल संपत्ति : उत्तरप्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले के प्रसिद्ध महाशक्तिपीठ विंध्याचल में मेरे पास एक पुराना मकान और 12 बिस्वा (कट्ठा) कृषिभूमि है.
....... बिहार झारखंड के 6 जिलों में मैं SP रहा. 3 रेंज में DIG रहा और 1 ज़ोन में IG के रूप में कार्यरत रहा... इसके अतिरिक्त CID में IG और ADG के रूप में भी कार्यरत रहा....
..... बिहार या झारखंड या देश-विदेश में किसी जगह मेरी कोई अचल संपत्ति - फ्लैट, भूखंड, भवन आदि नहीं है !
2. चल संपत्ति : मेरे पास लगभग 7-8 लाख रुपए की चल संपत्ति है..
..... अब यदि मेरी कोई अचल संपत्ति कहीं हो तो उसकी सूचना सरकार को अवश्य दीजिए !
..... मैंने पहले भी कहा था और अब भी कह रहा हूँ कि CBI के आलोक वर्मा, राकेश अस्थाना सहित देश के महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत सारे अधिकारियों को सोशल मीडिया पर अपनी संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए जिससे CBI की और उन उन पदों और संस्थाओं की विश्वसनीयता अखंड और अक्षुण्ण रह सके !
.... इसीतरह सभी महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक लोक सेवकों को सोशल मीडिया पर अपनी संपत्तियों को घोषणा करनी चाहिए !
शनिवार, 12 जनवरी 2019
सोशल मीडिया पर संपत्ति की घोषणा
सोमवार, 10 सितंबर 2018
आज भारत बंद है
दवा बिना मर गई बालिका,
ठेले, रिक्शे टूट गए.
नोटा वालों की कारों के
शीशे चकनाचूर हुए.
मेहनतकश का काम गया,
दूकाने धड़ धड़ बंद हुईं.
बंदबाज़ दो चार थे मगर,
लाठी खूब बुलंद हुई.
जनता की सेवा को व्याकुल
भीड़ देख, सब भाग चले.
टेम्पो,टैक्सी,ट्रेन थम गई,
वायु यान पर खूब चले.
दस करोड़ गरीब गुरबा को
आज काम कुछ नहीं मिला.
पांच सितारा में मदिरा का
प्याला, लेकिन खूब चला.
जन - सेवा को व्याकुल
लोगों ने हुड़दंग प्रचंड किया.
सोच रही जनता, भाई ये
कैसा भारत बंद किया 🤔
"यदि सच्चाई हो इसमें तो,
शेयर कॉपी पेस्ट करें ! "
रविवार, 9 सितंबर 2018
भारत बंद
कल देश के अधिकांश हिस्सों में 125 करोड़ लोगों में से सिर्फ 1-2 लाख लोग सड़कों पर बैनर तख्ती लेकर निकलेंगे और बाकी करोड़ों लोगों का चलना,फिरना, स्कूल जाना, अस्पताल जाना, सब्ज़ी-सामान बेचना-खरीदना मुहाल कर देगें .....
उच्च न्यायालयों के अनेक न्याय निर्णयों द्वारा अवैध घोषित बंद कल फिर होगा !!
.... इन बंद-बाज़ लोगों के पास पेट्रोल डीज़ल पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा वसूले गए टैक्स को किस किस काम में खर्च किया गया - , इसका विवरण नहीं होगा , बस कुछ नारे होंगे, कुछ स्टेटमेंट्स होंगे और कुर्सी पर बैठने की ललक होगी.....
.... पेटोल डीज़ल 50 रुपये में बिक सकता है अगर पूरा देश यह निर्णय करे कि अगले 10 सालों तक कोई ताजमहली बिल्डिंग नहीं बनेगी, 5 स्टार होटलों में कोई सरकारी सेमिनार नहीं होगा, और दूसरे गैरज़रूरी खर्चे नहीं किए जाएंगे ! लाखों करोड़ रुपए किसानों की कर्जमाफी के नाम पर खर्च किये जाते हैं -- ये पैसा भी पेट्रोल डीज़ल पर टैक्स लगाकर ही इकट्ठा किया जाता है....
..... आइए मैदान में मगर समाधान के साथ आइए ...
.... क्योंकि आपकी इस बंदबाज़ी से जिस दिन 125 करोड़ लोग नाराज़गी व्यक्त करने के लिए आमने सामने होंगे तो क्या होगा ।
-- अरविंद पाण्डेय
कब तक भारत बंद करोगे ?
कब तक बंद करोगे,बोलो,
भारत को, भारत वालों.
कब तक लड़ना चाह रहे हो,
आपस में लड़ने वालों.
आधा भारत पहले से ही
बंद पड़ा है सदियों से.
ताकत है तो मुक्त करो
इस भारत को हथकड़ियों से.
आधा भारत तरस रहा है
कैसे उसको काम मिले.
पर,तुम केवल सोच रहे हो
सत्ता कैसे आन मिले.
हर निर्णय को जाति-धर्म का
वस्त्र तुम्हीं पहनाते हो.
फिर लोगों को मिलजुल कर
रहने का पाठ पढ़ाते हो.
-- अरविंद पांडेय.
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