ॐ आमीन।
परमानन्द - मयी यह ईद !
शुभ हो, सब को, शशि की दीद !
सब को हो यह ईद मुबारक !
खिले चाँद की दीद मुबारक !
एक मास की ईश-भक्ति का पुण्य हुआ साकार
नील - गगन का किया काल ने शशि से शुभ श्रृंगार
शिव-ललाट की चन्द्र-रश्मि, झरती,जल बन,अम्बर से
ईद और श्रावण में देखो , सौम्य सुधा-रस छलके
अरविंद पाण्डेय
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सुंदर अभिव्यक्ति .....!!
जवाब देंहटाएंसुन्दर पंक्तियाँ, सबको शुभ हों।
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