भीष्म पर कृपा ------ Mercy on Bhishma ------------------------------------------ |
रति हो कितु तुम्हीं से रति हो.
गति हो किन्तु तुम्हारे प्रति हो.
क्रोध-द्वेष भी यदि हो मुझमें,
वह भी मात्र तुम्हारे प्रति हो.
इस मिथ्या संसृति के प्रति अब ,
क्रोध-द्वेष भी नहीं, विरति हो.
Let My Love be only for You.
Let my moves be only towards You.
I will be, sometime, envious,
And angry,but only with You.
The World is not to be even angry with,
Let me be only for You and You and You.
- Aravind Pandey
सजीव भाव..
जवाब देंहटाएंExcellent cause for the memory of Being....
जवाब देंहटाएंbahut sunder .
जवाब देंहटाएंExcellent...
जवाब देंहटाएंExcellent....
जवाब देंहटाएं