बुधवार, 24 दिसंबर 2008

तुम मेरे दिल से गुजरना ..



तुम मेरे दिल से गुजरना
जब कभी मायूस होना
ये तुम्हारे पाँव का
मुझ पर बड़ा एहसान होगा ।

ये मेरी साँसे अभी, अक्सर
बड़ी बोझिल सी लगतीं
इनका आना और जाना
कुछ ज़रा आसान होगा ।

----अरविंद पाण्डेय

8 टिप्‍पणियां:

  1. Namskarji,

    AATI SUNDAR.......................

    Bahut Badhiya poem.............dil ko chune wala................

    Dhanyawad

    Raghvendra Jha

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  2. नर्म जज़्बात की दिलकश पेशकश।
    http://manzilaurmukam.blogspot.com/

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  3. दिल से गुजरने की ये गुजारिश खूबसूरत, दिलकश और अज़ीम है।
    http://manzilaurmukam.blogspot.com/

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  4. sahaj hote hi ye sanse
    taral kar degi tan-man ko
    tumhare rooh me ghulna,
    bas, ek adad arman hoga.

    pakar payega na tab waqt
    kabhi hamko muththi me,
    ubalkar aanch me teri
    uth khara jo bhap ka toofan hoga.

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