गुरुवार, 27 अक्टूबर 2011

दीपावली मेरी..



 मासूम से इक दिल में कल मैंने जलाया इक चिराग.
अजब पुरनूर सी दिखती है ये दीपावली मेरी..
-----------
राष्ट्रीय  सहारा 
२५ अक्टूबर .२०११   



--  अरविंद पाण्डेय 

2 टिप्‍पणियां:

आप यहाँ अपने विचार अंकित कर सकते हैं..
हमें प्रसन्नता होगी...