बुधवार, 18 मार्च 2015

गुरुवार, 5 मार्च 2015

हर रोज़ होगी होली , हर रोज़ दिवाली.



हर रोज़ अगर दोगे तुम साथ गरीबों का,
हर  रोज़ होगी  होली , हर  रोज़ दिवाली.


होली की असीम शुभकामनाएं !

बुधवार, 4 मार्च 2015

धिक्कृताः धिक्कृताः धिक्कृताः


पानी भी कुछ महंगा ही है उन सब के ईमान से.
अफज़ल गुरु नाम ले रहे जो अब भी सम्मान से.

धिक्कृताः
धिक्कृताः 
धिक्कृताः

अफ़ज़ल को भारत की न्याय-प्रक्रिया और अन्य संवैधानिक प्रावधानों का पूर्ण और विलंबित पालन करते हुए फांसी दी गयी थी , और इसलिए,
जो लोग उसकी फांसी को अन्याय-पूर्ण या अनुचित कह रहें हैं वे वास्तव में भारत के संविधान और तदनुसार-सृजित भारत की न्याय-पालिका को अपमानित कर रहे हैं......

बुधवार, 10 सितंबर 2014

अम्बर की अनुकम्पा



अम्बर की अनुकम्पा से जल-विन्दु अवनि पर उतर रहे.
मानो प्रफुल्ल नंदन-कानन से तरल-सुरभि अनवरत बहे.
मानव के द्वारा मानव पर अत्याचारों से पीड़ित-जन,
नभ-जल से अभिषिन्चन कर कर संताप हृदय का बुझा रहे .
-- अरविन्द पाण्डेय...

बुधवार, 3 सितंबर 2014

सारे भारत की हुंकार.

अब तो : 
सारे  भारत  की  हुंकार.
बंद करो मानव व्यापार.



हम इसे एक आन्दोलन का रूप देना चाहते हैं...

आज वैशाली का प्रथम दिन था मानव व्यापार विरोधी दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का...........अब नौ जिले और बाकी है...जिसके बाद राज्य के सभी जिलों में यह कार्यशाला होगी......
.
दूसरी बात : 
1. बिहार में मानव व्यापार के विरुद्ध पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई,  देश के अन्य राज्यों से अधिक प्रभावी है और मुक्ति-अभियान पूरी तरह से क़ानून-सम्मत तरीके से संचालित और संपन्न होता है,,
2. बिहार में अन्य राज्यों की पुलिस की तुलना में पुलिस द्वारा मानव अधिकारों के उल्लंघन की घटनाएँ बहुत ही कम होती हैं.....कोई भी व्यक्ति मानव अधिकार आयोग की वेब साइट में यह तथ्य देख सकता है ,,,
3. देश का प्रथम राज्य है बिहार जहां पाक्सो अधिनियम में न्यायालय द्वारा अपराधी को दण्डित किया जा चुका है.
शुभ रात्रि !

सोमवार, 1 सितंबर 2014

पुलिस का नया प्रयोग - सशक्तीकरण सभा :


पुलिस का नया प्रयोग - सशक्तीकरण सभा :




आज इस सभा का आयोजन अब पुलिस का एक आन्दोलन बन चुका है....... बिहार के चालीस  जिलों में सभी महिला थानाध्यक्षों द्वारा महाविद्यालयों में जाकर यह सभा आयोजित की जा रही है जिसमें '' छात्राओं को आत्म-सुरक्षा के प्रति स्व-संवेदनशील '' बनाने के लिए संवाद किया जाता है...... आई जी,कमजोर वर्ग के रूप में मैंने महिला थानाध्यक्षों के नेतृत्त्व में यह सभा बिहार के सभी जिलों में महिला महाविद्यालयों - कन्या विद्यालयों में आयोजित किये जाने का निर्देश दिया था .........................जो अब बिहार पुलिस का एक आन्दोलन बन चुका है............





............छात्राओं का आत्म-विश्वास बढ़ रहा है और उनमें एक सशक्त महिला बनाने के बीज का अंकुरण देखा जा रहा है ..