सोमवार, 4 जून 2012

यह पूरे समुदाय खींचकर पीछे ले जाने का षड्यंत्र है ..

बिहार के आरा में हुई ह्त्या की घटना एक सुचितित बहुआयामी लक्ष्य प्राप्त करने के लिए की गई और इसका मूल उद्देश्य था कि बिहार और बिहारियों की छवि और प्रतिष्ठा में हो रही विश्वस्तरीय उर्ध्वगति को रोका जा सके.
पूरी दुनिया देख रही है कि बिहार में क्या हो रहा है और हमें बताना होगा कि बिहार के नागरिक बड़े संकटों में भी संयम नहीं खोते ..
घटना के बाद ह्त्या के विरोध में आरा,पटना और दूसरे स्थानों पर जो हुआ , ह्त्या के षड्यंत्रकारी यही चाहते थे..लोग उनके बिछाए जाल में फंस गए..और इस बात को भावुकता में लोग समझ नहीं पाए कि वे जो कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए नुकसानदेह है.... अभी भी समय है ..यह बात समझी जानी चाहिए और वैधानिक-सत्ता का प्रयोग करते हुए हत्यारों को शिकस्त देनी चाहिए..
निजी शक्ति का प्रयोग करना प्रतिगामी कदम होगा और अब बिहार के लोग वह कीमत चुकाने के लिए तैयार नहीं हैं..अभी बिहार में एक ऐसी व्यवस्था काम कर रही जो सर्ववर्ग-हितकारिणी है..इस व्यवस्था के प्रति विश्वास रखना होगा और ऐसे किसी भी कार्य से बचना होगा कि लोगों को यह प्रचार करने का मौक़ा मिले कि देखिये बिहार में यह सब हो रहा है..
इस बात को समझना होगा कि यह ह्त्या व्यक्तिगत और सामूहिक - दोनों प्रकार की असावधानी का परिणाम थी...खुद के महत्त्व को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए था..सुरक्षा के जो नियम हैं उनका पालन यदि नहीं होता है तो इतिहास साक्षी है कि अनेक ताकतवर और महत्त्वपूर्ण लोग भी इस षड्यंत्र के शिकार हुए हैं... 
इसलिए शांत-बुद्धि से ह्त्या के पूरे षड्यंत्र समीक्षा करनी होगी क्योकि यह एक व्यक्ति ह्त्या नहीं की गई है .यह एक पूरे समुदाय खींचकर पीछे ले जाने का षड्यंत्र है और मैं जानता हूँ कि हम बिहार के लोग इतने प्रतिभाशाली हैं कि इस बात को समझ सकें..

Aravind Pandey 

2 टिप्‍पणियां:

  1. सच कहा आपने, इस तरह की घटनायें विकास को बाधित करती हैं।

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  2. मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा

    इश्वर ने सही गलत को समझने कि शक्ति दी है, और  अब बिहार के लोग पर निर्भर करता है कि वो सही  और  गलत  को  समझ  कर  अपने  कर्म  को  करे.
     
    इश्वर  से  प्रार्थना है कि हमें सही और गलत को समझने कि शक्ति दे,हम जात-पात, धर्म, क्षेत्र , प्रान्त से ऊपर उठ  कर  केवल  और  केवल  भारतीय  बने. हम  प्रण करें  कि  हम अपने को  बांटने वाली हर शक्ति विरोध  करेंगे और उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे .बिहार भक्ति सर्वोपरि  है और उससे बढ़ कर कुछ नहीं.बस इतना ही कहना चाहूँगा. कि आप सबका समर्थन और प्यार सदा मिले !.जय हिंद !! जय बिहार ...

    ***** क्या हम बिहार समुदाय के लोग को फिर कभी अरविंदजी पाण्डेय जेसा IG मिलेगा ?

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