बुधवार, 3 नवंबर 2010

तुझे मेरे लिए ज़मीन पे आना होगा .!


हे अबोध ! अगम्य ! प्रियवर ! 

मुझे मालूम  के तू आसमां पे रहता है.
तुझे ज़मीन पे आने की ज़रुरत भी नहीं.
मगर,कुछ इस तरह से मैं तुझे पुकारूंगा.
तुझे मेरे लिए ज़मीन पे आना होगा .. 

I know You are in distant sky of universal mind !
I know you need not to descend here.
Yet, I will call you in such a way,
You have to come to Earth only for me, I swear !! 

----अरविंद पाण्डेय